यूँ शर्मिंदा होना पड़े, जैसे आप और मैं अभी हो रहे हैं। यूँ शर्मिंदा होना पड़े, जैसे आप और मैं अभी हो रहे हैं।
सदगुरु और महाभारत के रचयिता व्यास की महिमा का वर्णन करता लेख सदगुरु और महाभारत के रचयिता व्यास की महिमा का वर्णन करता लेख
लोगों के समक्ष अनुकरणीय उदाहरण प्रस्तुत करना चाहिए। लोगों के समक्ष अनुकरणीय उदाहरण प्रस्तुत करना चाहिए।